tag:blogger.com,1999:blog-8982691159162590697.post807533671262887611..comments2023-05-27T05:50:04.396-07:00Comments on Rajasthani Vaata: ओ काई !!!!Rajasthani Vaatahttp://www.blogger.com/profile/09298188351544415439noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8982691159162590697.post-22162527382709085282011-09-06T00:12:41.597-07:002011-09-06T00:12:41.597-07:00♥
आदरजोग …
घणैमान रामराम सा !
उण"...<b><a href="http://rajasthaniraj.blogspot.com/" rel="nofollow">♥</a></b> <br /><br /><br /> <br /><b><i>आदरजोग … </i></b> <br />घणैमान रामराम सा !<br /> <br />उण<b>"राजस्थानी" रो सुझाव सुण'र तो म्हारौ माथो ई घूम्यो सा… </b> <br /><b> </b> भोळपणै में आपां रै हाथां सूं ई आपां री आवण आळी पीढ्यां रौ नुकसाण हुय रह्यो है … <br /><br />आप खातर म्हैं म्हारी लिखी रचना <b> पीड़ पचीसी</b> मांय सूं दो दूहा निज़र करूं -<br /><b>निज भाषा, मा, भोम रौ , जका नीं करै माण !<br />उण कापुरुषां रौ जलम दुरभागां री खाण !!<br /><br /> जायोड़ा जाणै नहीं जे जननी री झाळ !<br />उण घर रौ रैवै नहीं रामैयो रिछपाळ !! </b> <br /><br />आपरै अठै आ'र घणो चोखो लाग्यो सा <br />आपनैं ई म्हारै ब्लॉग पर आवण रौ नूंतो है सा …<br /><br />आपनैं सगळै कुटम-कबीलै समेत<br />लारला सगळा परव अर तिंवारां सागै<br />आवण आळा सैंग उछब-मंगळदिनां वास्तै<br />♥ मोकळी बधाई और शुभकामनावां !♥<br />- राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.com