Friday, August 20, 2010

पेली अर् आज

रजस्थान री पेली अर् आज री स्थिती पे इक पाणों :-

पेली  जात ही पण पात कोणी -- आज जातपात व्हेगी |
राजा हा पण चोर कोणी -- आज चोरडा नेता व्हेग्या |
माण हो पण थोथो कोणी -- आज थोथो गुमाण रेग्यो |
भासा ही पण हिंदी कोणी -- आज हिंदी व्हेगी |
माड़ा हा पण बीमारू कोणी -- आज सगला आपा न बीमारू केवे |
भोला हा पण अचेता कोणी -- आज राजस्थान री चेतना काईठा कठे गी |
मोट्यार हा पण रुलता कोणी -- आज रुलता मोट्यार व्हेग्या |
सिंह हा पण गिंडकडा कोणी --- आज गत गिंडकडा जू व्हेगी ( आपनी छोड़'र फेकेडी बोला ) |

3 comments:

  1. वाह सा घणी जोर दार बात कही है |

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  2. जोरदार लिख्यौ हुकम,

    भासा ही पण हिंदी कोनी ही.. साची बात सा. उर्दू हिंदी बण गी

    राजस्थान अर दूजा राज्य जठै आ हिंदी चालै बिमारू स्टेट रै नांव सूं जाण्या जावै.

    राजस्थान री चेतना हिंदी अर रोळराज खा ग्यौ.

    मोट्यार खुद री भासा नै छोड़‘र रुळ्यार व्हेगा अर रुळता फिरै.

    इब तौ थुक्योड़ौ चाटण रौ इज जमारौ आयौड़ो दिखै... खुद री छोड़‘र लोगां री थुक्योड़ी हिंदी नै चाटै इब जद लोगां रा थुक चाटता फिरै तौ टिबी इत्याद बिमारीयां तौ पकड़ैला इज.. बस इण कारण बिमारु बण ग्या.

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  3. ghani khamma !
    ek achcho chit raam rakhyon hai
    ghani khamma !

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