Sunday, October 11, 2009

Rajasthani रा तदभव सबद

ओ इक माडो सो प्रयास ह राजस्थानी रा तदभव सबद भेला करबा रो ।
बिचार ओ ह क, समय र सागे अर् भायला र सागो हु, आ लिस्ट बदती रेसी |
अबार रा अरथ संस्कृत हु न्यारो हो सके, व्यारे आगे * मांडेडो ह ।
राजस्थानी(वाचन) संस्कृत हु हिन्दी(वाचन) हु बढ़'र नेडी ह काई ???

राजस्थानी -----> संस्कृत
अठे --> अत्र
इया --> इव (like)
कठे --> कुत्र
कती --> कति
काई --> किम्
काठ --> काष्ठ
कोड --> कोत (Interest)
गीट --> ??
चेतो --> चेतस्*
चूंघै --> चूषति
दळिदर --> दरिद्र
धोळो --> धवल
दो'रो --> दुष्कर
दीठ --> दृष्टी  
बिसरा --> विस्मृत
सोदी --> सुधि *
देवळौ --> देवालय (साभार : हणसा )
झीणी --> क्षीण*
पछ ---> पश्यात
पूत --> पुत्र
पग --> पद
परणा --> परिणय
भरतार --> भर्ता (Husband)
घणा --> घन*
मेह --> मेघ *
मत्ते --> मत* (हिन्दी -- 'ख़ुद' )
नेडी --> निकट
नीमड़ै, नीवडे -->निवृत्त
नीपूता --> निर्पुत
नुवों -->नव
लूण --> लवण
लखण -> लक्षण
बेगा --> वेग*
सोरो --> सरल
लाद --> लब्ध
जणा --> जनाः
संको --> संकोच
साग --> शाक
सगळा --> सकल
सुवा --> शुक
तातो --> तप्
ताव --> ताप * (हिन्दी -- ज्वर )
तिस --> तृष्
रीतो --> रिक्त

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