साफो आपनी ओळख ह | आपा ईणे बार-त्योहार तो पेरा हि हा |
पण आजकाले जुवा पीढी ईणे अत्तो कोण चावे |
ईन सारू एक बिचार मन माय आयो, कि आपा एक बरस माय
दो दिन "साफो दिवस" मानावा - एक उन्याले माय आर एक सियाले माय |
ईन दिन आपा घरा हु बारे साफे माय निसरा |
इयु आपा री संस्कृती ने मान्यता मलसी, देश माय आपनी न्यारी ओळख बनसी |
थाने ओ विचार किसो लाग्यो ?
म्हारी दीठ हु, समूचा प्रदेश माय एक तिथी न करबा हि चोखो ह,
मोट्यार परीसद रो जवान बाचे ह के अठे ?
thanko parichay ar saafa divas ghano daaye aayo saa likhadaad
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