आ साईट देखो , IT  मंत्रालय री .
http://tdil.mit.gov.in/e_tourism_cdac/tourism1/Language.HTML
आपणी मानसिखता रो लागे क  सरकार न पेली हु ठा हो ,  जदे  तो केवे  ह -- Hindi  is fast replacing Rajasthani।  दूजी आ हु सके क  सरकार होले-होले आ सोच बिकसित कर दी ।
बे के'यो क आपणी भासा अर लिपि Hindi ह  , अर आपा मान भी ली ।
अबकाली तो चेतो, राज रा बीरा !!!
सरकार नै पोल आपां खुद बतायी इण वास्तै तौ सरकार एड़ी बातां करै है
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