रटबा री भारतीय संस्कृती पे "प्रो. अरुण बागची" रो एक लेख पढयो |
ओ लेख आप अठे बाच सको Anatomy of cramming (25 August 2011 ) |
इरा कि हिस्सा रो भावार्थ (अनुवाद कोणी) रो प्रयास अठे करू |
"रटबा री संस्कृती रो मुख्य कारण भणबा री भाषा ह |
स्वतंत्रता पेली, सकुला माय घणकरा बिसया सारू अंग्रेजी भणबा री भाषा ही (अठे "प्रो बागची " रो अरथ बंगाल हु ह ) |
बिसया ने समझन खातर, बिद्यार्थी पेली बीणे मायडभाषा माय अनुबाद करता |
ओ टाबर ताई घणो दोरो हो | ईन कारण टाबर बिसय ने रटता अर परीक्षा माय बिया ही छापता |
ईसा टाबर पछ मास्टर हुया, अर जिया बे सिख्या बिया ही टबारा ने पढाया |
ओ अग्यान रो भवर इया ही पिढीया ताई जीवतो रेयो |"
स्वतंत्रता पेली, सकुला माय घणकरा बिसया सारू अंग्रेजी भणबा री भाषा ही (अठे "प्रो बागची " रो अरथ बंगाल हु ह ) |
बिसया ने समझन खातर, बिद्यार्थी पेली बीणे मायडभाषा माय अनुबाद करता |
ओ टाबर ताई घणो दोरो हो | ईन कारण टाबर बिसय ने रटता अर परीक्षा माय बिया ही छापता |
ईसा टाबर पछ मास्टर हुया, अर जिया बे सिख्या बिया ही टबारा ने पढाया |
ओ अग्यान रो भवर इया ही पिढीया ताई जीवतो रेयो |"
राजस्थान माय टाबार अंग्रेजी हु हिंदी, अर पछ हिंदी हु मारवाडी अनुवाद करणो पडे |
ओ तो double दोरो काम ह !!!!!
जद ही घणकरा टबारा रो जी पढाई माय कोण लागे , जद हि घणकरा 9 -10 'वी ताई हि पढाई करे |
म्हारी दीठ हु समुचो लेख ज्ञानवर्धक ह, सगळा ने बीणे बाचबा री अरज करू |
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